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अनुभव@Makemytrip.com

प्रयास
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Make My Trip ये नाम तो सुना ही होगा आपने…टीवी पर विज्ञापन भी आपने देखे ही होंगे। कंपनी दावा करती है कि Make My Trip के अनुभव इतना शानदार रहता है कि आप चाहकर भी इसे भूल नहीं पाएंगे। अब कंपनी इतने विश्वास से दावा करती है तो मैंने भी सोचा की Make My Trip की सेवाएं ले ली जाएं। 11 अप्रैल की बात है दिल्ली से हल्दवानी (नैनीताल) जाना था। ट्रेन में वेटिंग कन्फर्म नहीं हुई तो मैंने Make My Tripकंपनी की वेबसाइट में हल्दवानी के लिए ऑनलाइन बसों का खोज की तो कई सारे बस ऑपरेटर की बसें दिखाई दी।

आन्नद विहार आईएसबीटी के पास स्थित बस ऑपरेटर International Tourist Centreकीरात साढ़े दस बजे की (2×2 Push Back Seat) बस का ऑनलाइन टिकट मैंने Make My Tripकी वेबसाइट से बुक कराया। टिकट बहुत ही आसानी से बुक हो गया। मैं निश्चिंत था कि चलो हल्दवानी पहुंचने का इंतजाम तो हो गया। सवा दस बजे मैं International Tourist Centreके दफ्तर पहुंच गया। बस ऑपरेटर के दफ्तर में बैठे युवक से मैंने बस के बारे में पूछताछ की तो उसने मुझे 5 मिनट में बस के आने की बात कह कर दफ्तर में ही बैठने के लिए कहा। करीब 11 बजे एक बस वहां पहुंची तो युवक ने मुझे बस में बैठने के लिए कहा।

बस की हालत देखकर समझ में आ गया था कि सफर कैसा गुजरने वाला है। खैर में बस में चढ़ा तो बस खचाखच भरी हुई थी। अंदर एक युवक जो शायद परिचालक था उससे सीट को लेकर पहले ही कई यात्री उलझ रहे थे। 21 नंबर की मेरी सीट पर पहले से ही कोई और यात्री बैठा हुआ था। मैंने बस में मौजूद उस युवक को अपनी टिकट देते हुए अपनी सीट खाली कराने की बात कही तो वो साहब मुझे बस की सबसे आखिरी सीट पर बैठने का इशारा करने लगे। मैंने आखिरी सीट पर बैठने से इंकार करते हुए अपनी सीट पर बैठने की बात की तो मुझ पर ही चिल्लाने लगा कि आखिरी सीट पर बैठना है तो बैठ जाओ। युवक के अऩुसार ये बस International Tourist Centre की नहीं थी ऐसे में उसने मुझे बुक सीट देने से साफ इंकार कर दिया। काफी तकरार के बाद भी जब वो मुझे सीट देने को तैयार नहीं हुआ तो मैं बस से बाहर आ गया। International Tourist Centreके दफ्तर में मौजूद युवक से मैंने बात की तो मुझे बातों में उलझाने लगा और इधर उधर की बात कहकर घुमाने लगा। खैर मुझे लेकर वो बस में पहुंचा और जैसे तैसे उसने मुझे 6 नंबर की सीट पर बैठाया। सीट की हालत बस की तरह ही खस्ता थी लेकिन यात्रा करना जरूरी था इसलिए मैं सीट पर बैठ गया। पूरी रात मैंने कैसे यात्रा की ये तो मैं ही जानता हूं। Make My Trip की वेबसाइट के अनुसार साढ़े दस बजे की जिस बस में मैंने टिकट बुक कराया था वो बस ऑपरेटर International Tourist Centreकी थी लेकिन वास्तव में वो बस किसी और कंपनी की थी। इसी तरह बस की खस्ता हालत भी कंपनी की सेवाओं पर सवाल खड़े करने के लिए काफी हैं..!

यात्रा के दौरान और यात्रा के बाद मुझे Make My Trip का वो विज्ञापन जरूर याद आ रहा था जिसमें दिखाया जाता है कि Make My Trip का अनुभव कितना शानदार रहता है। मेरा अनुभव तो इतना शानदार था कि मैं लोगों से Make My Tripकी चर्चा किए बिना नहीं रह पा रहा हूं। लेकिन फर्क इतना है कि अपने मित्रों से Make My Trip की सेवाएं लेने से पहले सौ बार सोचने की सलाह दे रहा हूं। अपने इस अनुभव को शब्दों में उकेर कर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की भी यही वजह है।

एक बात औरMake My Trip कंपनी अपने ग्राहकों का कितना ख्याल रखती है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ऑनलाइन बस टिकट बुक करने के बाद तुरंत मुझे एक SMS और EMAIL आया जिसमें कंपनी ने मुझ से यात्रा का अनुभव पूछा था। मैंने भी बिना देरी किए अपना ये अनुभव Make My Tripके साथ साझा किया लेकिन इसके बाद Make My Trip की तरफ से न तो कोई SMS आया और न ही कोईEMAIL आया।अपने ग्राहकों को बेहतर सेवा देने का दावा करने वाली कंपनी के किसी प्रतिनिधि ने तक फोन कर फीडबैक का कोई जवाब नहीं दिया।

कुल मिलाकर मैंने जो महसूस किया कि कंपनी सिर्फ विज्ञापन के जरिए झूठे वादे कर लोगों को बेवकूफ बना रही है और पैसा बना रही है। कंपनी के वादों और दावों का फर्क तो मैंने देख लिया जिसके बाद भविष्य में Make My Trip की सेवाएं तो मैं शायद ही लूंगा।

deepaktiwari555@gmail.com

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